प्रिय दोस्तों मै आज आपके लिए लेकर आया हू Informal Letter In Hindi Format | ये पत्र बहुत ज्ञानवर्दक है | इन पत्रों से हमें जीवन की नैतिक शिक्षा का ज्ञान होता है | आईये शुरू करते है Informal Letter In Hindi Format
अनौपचारिक व्यक्तिगत पत्र – Informal Letter In Hindi Format 🏅
व्यक्तिगत पत्र किसे कहते हैं?
व्यक्तिगत पत्र को निजी पत्र भी कहा जा सकता है। व्यक्तिगत पत्र एक व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्ति को लिखा जाता है। इसमें प्राय: निजी बातें रहती हैं। एक व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को निजी जानकारी देने के लिए यह पत्र लिखता है। हालाँकि वह जानकारी अपने लिए किसी अन्य व्यक्ति के लिएसमूहसमाज या सरकार से संबंधित बातों को बयाँ करने के लिए अथवा बातों को अभिव्यक्त कर अपने मन को हलका करने के लिए दी जा सकती है। इसे अनौपचारिक पत्र भी कहते हैं।
निजी या व्यवितगत पत्र
एक साधारण व्यक्ति दूसरे साधारण व्यक्ति को या विशिष्ट व्यक्ति को भी लिख सकता है। इस तरह यदि सोचें तो एक व्यक्ति किसी पदाधिकारी या मंत्री को भी निजी स्तर पर व्यक्तिगत पत्र लिख सकता है। उस समय फर्क सिर्फ इतना ही होता है कि पत्र की औपचारिकताएँ परिवर्तित हो जाती हैं।
हालाँकि शिक्षा का स्तर गिरने से या पत्र के लेखक के अल्पज्ञ होने से यह समस्या उठ खड़ी हो जाती है कि आजकल कोई आम आदमी किसी विशिष्ट व्यक्ति को कैसे पत्र लिखेगा। कम पढ़ेलिखे लोग भय के मारे या कानूनी ज्ञान कम होने के नाते विशिष्ट व्यक्ति को व्यक्तिगत पत्र लिखने से घबराते हैं या नजरअंदाज करते हैं।
अगर यह बात न हो तो कोई भी आम आदमी किसी उच्च पदाधिकारी या मंत्री को भी निजी व्यक्तिगत पत्र लिख सकता है। व्यक्तिगत पत्र का आकार छोटा या बड़ा हो सकता है। व्यक्तिगत पत्र आम आदमी के जीवन की एक आवश्यकता है। शुभकामना बधाई या संवेदना-पत्र देने का यदि कोई अवसर आया हो तो वैसी दशा में व्यक्तिगत पत्र अत्यंत महत्त्वपूर्ण होता है।
प्रतिदिन ऐसे पत्रों की संख्या संभवत: सर्वाधिक होती है ।व्यक्तिगत पत्र को पारिवारिक या सामाजिक पत्र भी कहा जा सकता है।
Informal Letter In Hindi Format – अनौपचारिक व्यक्तिगत पत्रों के नमूने 🧗♂️
पिता को पत्र
पांडव नगर
15 मार्च2013
पूज्यवर पिताजी,
सादर चरण स्पर्श।
आपका पत्र प्राप्त हुआ। पत्रोत्तर में थोड़ा विलंब होने के लिए क्षमा चाहता हूं।
विशेष यह कि मैं मन लगाकर पढ़ रहा हूं। पीछे जो परीक्षा दी थी उससे इस बार अधिक अंक आए हैं। आपको मेरी इस प्रगति से खुशी होगी। मैं अपने अंक पत्र की छायाप्रति भेज रहा हूं। आप इतना विश्वास रखें कि आपका पुत्र आपके आदर्शों के अनुरूप कार्य करता, इसीलिए आपकी इच्छा की पूर्ति अवश्य होगी।
माँ को प्रणाम तथा मनोहर और पुष्पा को मेरा प्यार।
आपका आज्ञाकारी पुत्र
क ख ग
माता को पत्र -Informal Letter In Hindi Format 💁
डी-11 , कंकड़बाग
पटना
5 मई, 2013
पूजनीया माताजी,
सादर प्रणाम।
मैं यहाँ कुशलपूर्वक हूँ और तुम्हारी कुशलता और स्वस्थ जीवन की कामना ईश्वर से सदैव करता रहता हूँ। विशेष यह कि तुम्हारा भेजा हुआ सामान मनोज के हाथों प्राप्त हुआ। मुझे नाश्ते की शख्त जरूरत थी, जिसे तुमने भेजकर पूरा कर दिया। रोज सुबह-शाम यह समस्या बनी हुई थी। मैं परीक्षा समाप्त होते ही घर आ जाऊँगा और तुम्हारे विंध्याचल जाने के कार्यक्रम में तुम्हारे साथ रहूँगा।
तुम सबसे अधिक अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना। तुम जितने दिनों तक हम लोगों के बीच रहोगीहम लोगों का दिशानिर्देश करती रहोगी। पिताजी का जीवन अब तुम्हारे जीवन के साथ है। वे अकसर
तुम्हारे विषय में पत्र द्वारा बताते रहते हैं।
घर आने पर शेष बातें होंगी। मुकेश और मुन्नी को प्यार।
तुम्हारा प्यारा पुत्र
क ख ग
Informal Letter In Hindi Format -मित्र को पत्र 👯♂️
मोहन गार्डन
नई दिल्ली
11 जून2013
प्रिय मित्र राहुल,
नमस्ते !
तुम्हें यह जानकर हार्दिक प्रसन्नता होगी कि ईश्वर की असीम कृपा से मेरे अग्रज श्री सुरेंद्र कुमार का शुभ विवाह देहरादून निवासी श्री सुनील कुमार की पुत्री अनामिका से दिनांक 25 जुलाई 2013
को होना निश्चित हुआ है। बारात 25 जुलाई को प्रात: 10 बजे देहरादून के लिए प्रस्थान होगी। इस अवसर पर मैं तुम्हें सप्रेम आमंत्रित करते हुए यह आशा करता हूँ कि तुम अपनी उपस्थिति से इस विवाह
समारोह की शोभा बढ़ाओगे |
विश्वास है तुम निराश नहीं करोगे। शेष मिलने पर।
तुम्हारा मित्र
क ख ग
धन्यवाद पत्र
जन्मदिवस पर उपहार के लिए
मोहन गार्डन
नई दिल्ली
6/03/2013
प्रिय मित्र सुरेश,
नमस्ते !
कल तुम्हारा भेजा गया एक पार्सल मिला। खोलकर देखा तो उसमें एक सुंदर घड़ी थी। यह घड़ी तुमने मेरे जन्मदिन के अवसर पर भेजी है। घड़ी बहुत आकर्षक है। मैंने अपने अन्य मित्रों को दिखाई तो प्राय: मित्र ललचा गए। मैं तुम्हें इस सुंदर उपहार के लिए धन्यवाद देता हूँ।
मित्र,मेरी सलाह यह है कि अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना क्योंकि परीक्षा का समय है। परीक्षा के बाद तुमसे अवश्य मिलूँगा तब ढेर सारी बातें करेंगे और ग्रीष्मावकाश की योजना भी
इतने सुंदर तथा आकर्षक उपहार के लिए एक बार पुन: धन्यवाद।
तुम्हारा अभिन्न मित्र
अ. ब. स.
संवेदनापत्र या सांत्वना पत्र – Informal Letter In Hindi Format
मित्र के पिता माता की आकस्मिक मृत्यु पर
उत्तम नगर
नई दिल्ली
06/02/2013
प्रिय मित्र राजीव
सप्रेम नमस्ते !
आज कपिल द्वारा तुम्हारे पिताजी के आकस्मिक निधन का समाचार जानकर दु:ख के सागर में डूब गया। एक सप्ताह पूर्व जिस व्यक्ति से मेरी आमने-सामने भेंट हुई थी वह आज नहीं रहा, यह समाचार किसके हृदय को विदीर्ण नहीं करेगा। लेकिन ईश्वर की इच्छा के सामने न किसी की चली है, न चलेगी । यह तुम्हारे धैर्य और साहस की परीक्षा की घड़ी है।
मेरी उस परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना है कि वह दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करेअपने चरणों में स्थान दे और शोक संतप्त परिवार को दु:ख सहने का धैर्य और साहस दे।
मित्र! संकट की इस घड़ी में हम सभी तुम्हारे साथ हैं। यदि मेरे योग्य कोई सेवा हो तो नि:संकोच बताना।
तुम्हारा अभिन्न मित्र
ब. स.
Informal Letter In Hindi Format -बधाई-पत्र,वादविवाद प्रतियोगिता में प्रथम आने पर मित्र को पत्र 🕺
करोल बाग,
नई दिल्ली
05/05/2013
प्रिय मित्र राजेश,
नमस्ते !
अभी-अभी मुझे पिताजी का पत्र मिला है। इस पत्र में घर के समाचारों के अलावा एक अन्य महत्वपूर्ण समाचार यह है कि तुमने अंतरविद्यालय वाद विवाद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।इस अवसर पर मेरी हार्दिक बधाई स्वीकार करो। तुम्हें पता नहीं है कि मुझे यह समाचार जानकर कितनी प्रसन्नता हुई है। मैंने अपने अन्य मित्रों से भी इस बात का जिक्र किया है। वे सभी अत्यंत प्रसन्न हैं।
मुझे विश्वास है कि भविष्य में भी तुम ऐसी ही सफलताएँ प्राप्त करते रहोगे।
एक बार पुन: बधाई। मेरी ओर से माताजी और पिताजी को चरण-स्पर्श।
तुम्हारा मित्र
क ख ग
Informal Letter In Hindi Format – निमंत्रण आमंत्रण-पत्र
गृह-प्रवेश के उपलक्ष्य में 🈺
नई दिल्ली
04/05/2013
प्रिय महोदय,
आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि दिनांक 12/05/2013 को हम अपने नए घर में प्रवेश कर रहे हैं। आपसे अनुरोध है कि इस शुभ अवसर पर कार्यक्रमानुसार अपने दर्शन देकर हमें कृतार्थ करें।
कार्यक्रम
12.05.2013 हवन
प्रात: 8 बजे
12.05.2013 प्रीतिभोज
दोपहर 1 बजे
दर्शनाभिलाषी
रामरतन दास
- ज्ञातव्य है कि व्यक्तिगत तमाम पत्र अनौपचारिक पत्र भी कहलाते हैं ।
- पिता/मातामित्रसहेली इत्यादि को लिखे जानेवाले तमाम पत्र अनौपचारिक पत्रों की श्रेणी में आते हैं।
- व्यक्तिगत पत्रों में सुखदु:ख का ब्योरा और विवरण होता है। ये पत्र अपने परिवार के लोगों, मित्रों और निकट संबंधियों को लिखे जाते हैं।
- अनौपचारिक पत्राचार उनके साथ किया जाता है, जिनसे
- हमारा व्यक्तिगत संबंध होता है। इसे व्यक्तिगत पत्राचार भी कहा जाता है।
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Informal Letter In Hindi Format – सामाजिक पत्र-लेखन की शैली
सामाजिक पत्र-लेखन की शैली व्यक्तिगत पत्रों से भिन्न होती है । इस प्रकार का पत्र कई लोगों के लिए एक साथ छपता है, इसलिए उसकी शब्दावली पृथक होती है। यदि किसी संस्था की ओर से निमंत्रण-पत्र होता है तो पत्र के ऊपर संस्था का नाम तथा चिह्न होता है। तत्पश्चात् बाईं ओर मान्यवरबंधुओ, आदि शब्दों के साथ पत्र का मुख्य विषय क्रमबद्ध ढंग से आता है। इसमें मुख्य कार्यक्रम अथवा विशेष आकर्षण के बिंदुओं को मोटे अक्षरों में छापा जाता है। नीचे संस्था अथवा परिवार के मुखिया का नाम होता है। घरेलू उत्सवों में “मान्यवर” आदि संबोधन से ही पत्र शुरू होता है।
नमूना
सेवा में,
श्री /श्रीमती…..
मान्यवर,
मेरे सुपुत्र अभिन्न एवं विविधा (सुपुत्री श्री राम प्रकाश शर्मा,बड़ी एजु बेगूसराय) के शुभ विवाह पर आयोजित प्रीतिभोज में आप 3 अक्तूबर,2013 , बुधवार दोपहर 12:30 बजे मेरे निवास स्थान
( गांधीनगर , शोकहरा 1, बेगूसराय) पर सादर-आमंत्रित है।
विनीत
रामधनी शर्मा
रजनी देवी
स्मणीय
- सामाजिक पत्र औपचारिक पत्र की श्रेणी में आता है।
- निमंत्रण-पत्र (विवाह पर)
- निमंत्रणपत्र (समारोह पर)
ऊपर दिया यह पत्र अगर एक ही व्यक्ति के लिए है तो व्यक्तिगत पत्र है, लेकिन यदि समूह को मुद्रित करवाकर भेजा जा रहा है तो यह पत्र औपचारिक पत्र कहलाएगा।
Informal Letter In Hindi Format – अनौपचारिक पत्रों के अन्य नमूने 📃
बड़े भाई को पत्र ( उनके द्वारा दी गई सीख पर अनुसरण का आश्वासन )
डायमंड छात्रावास
09.05.2013
आदरणीय भाई साहब
सादर प्रणाम।
आज आपका पत्र मिला। आपने मुझे बुरी संगति से बचने की सलाह दी है। मैंने पत्र पान के बाद बुरी संगति से बचने की प्रतिज्ञा कर ली है ।
मैंने दृढ़ निश्चय कर लिया है कि दिन-रात लगन के साथ पढ़ाई कर बोर्ड की परीक्षा में प्रथम आकर दिखाऊँगा। आशा करता हूँ कि आपका आशीर्वाद भी मेरे परिश्रम को अवश्य ही सफल बनाएगा।
माता-पिताजी को चरण स्पर्श करने के साथ ही मेरी ओर से विश्वास दिलाना है कि मैं परिश्रम के सही मार्ग पर चल रहा हूँ।
आपका अनुज
अ ब स
स्वावलंबन की प्रेरणा देते हुए मित्र को पत्र – Informal Letter In Hindi Format ✉
राजकीय विद्यालय
पटना
25.04.2013
प्रिय मित्र पप्पू
सप्रेम नमस्ते।
तुम्हारे पत्र से ज्ञात हुआ कि तुम्हारे पिताजी तुम्हें पढ़ाने में असमर्थ हैं। आजकल की महंगाई में पढ़ाई का खर्च उठाने की क्षमता उनमें नहीं रही।
देखो,आखिर एक-न-एक दिन तुम्हें अपने पैरों पर ही खड़ा होना पड़ेगा, इसीलिए मैं समझता हूँ कि तुम्हें अभी से ही इसके लिए तैयार रहना चाहिए।
स्वावलंबी का जीवन सुखमय होता है। स्वावलंबी व्यक्ति को कभी दूसरों के सामने हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ती। परावलंबी में इतनी कमजोरी आ जाती है कि वह किसी की सहायता से किसी भी कार्य को पूरा करने में अपने को पूर्णतया असमर्थ पाता है।
मैं समझता हूँ कि इस दिशा में प्रयत्नशील होने के लिए तुम्हें उचित अवसर मिला है।
शेष कुशल है। माताजी को प्रणाम और गीता को प्यार |
तुम्हारा अभिन्न मित्र
क.ख.ग.
Informal Letter In Hindi Format – किसी दुर्घटना का वर्णन करते हुए मित्र को पत्र 📩
मधुनिवास
कदमकुआँ,
पटना
09.052013
प्रिय वैभव
मधुर स्मृति।
आज तुम्हें यह पत्र लिखते समय में भयभीत था, क्योंकि मेरा मन कल की बस दुर्घटना से हटा नहीं है। सारी रात मैं जगा रहा। नींद नहीं आई। सामने बस दुर्घटना का दृश्य आ जाता था।
यह घटना मेरे नैनीताल से वापसी की है। बस अनियंत्रित हो गई। ड्राइवर ने समझदारी से कार्य किया और बस को एक चट्टान से टकराकर खाई में पलटने से बचा लिया। कुछ यात्री बुरी तरह से घायल हुएड्राइवर कूद तो गयालेकिन चट्टान से टकराने के कारण उसे सिर में काफी चोट आई। एक यात्री समय से पहले हताश हो गया और खिड़की से कूदने के उपक्रम में उसी बस से कुचल गया।
उसकी मौत हो गई और कुछ लोग घायल हुए।
तुमसे प्रार्थना है कि इस दुर्घटना की चर्चा घर पर मत करना। मेरी तरफ से माताजी को कुशलता का संदेश देना।
तुम्हारा मित्र
क.ख.ग.
Informal Letter In Hindi Format- जन्मदिन की बधाई के लिए मित्र को पत्र स्टेशन रोड 🎁
पटना
15.01.2013
प्रिय सुनील
नमस्कार।
जन्मदिन के शुभ अवसर तुम्हारा नियंत्रणपत्र मिला। मुझे याद है, तुम्हारा जन्मदिन 21 जनवरी को है। ईश्वर से प्रार्थना है कि वे तुम्हें सौ वर्ष की आयु प्रदान करें। आशा है तुम्हारे जन्मदिन पर तुम्हें नए कपड़े, स्वादिष्ट मिठाइयाँ मित्रों के उपहार तथा बड़ों के आशीष सबकुछ प्राप्त होंगे।
उस दिन परीक्षा के कारण मैं तुम्हारे जन्मदिन पर नहीं आ सफ़ेगा। अगले दिन मिलकर अपने हिस्से की मिठाइयाँ खा गूंगा।
शेष शुभ है। माताजी-पिताजी दोनों को मेरी ओर से प्रणाम कहना।
तुम्हारा मित्र
क.ख.ग.
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